आसियान देशो में है भरपूर कारोबारी संभावनाएं , ARTIA ने की थाईलैंड एक्सपोर्ट प्रमोशन बोर्ड व भारतीय दूतावास से बातचीत

जयपुर। आसियान अर्थात दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों में भारतीय कारोबारियों खासकर राजस्थानी कारोबारियों के लिए भरपूर व्यवसायिक संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं का अध्ययन टीम आरतिया ने किया और कुछ सार्थक पहल भी की गई। इस क्रम में आरतिया प्रतिनिधियों ने  थाईलैंड एक्सपोर्ट प्रमोशन बोर्ड के अधिकारियों से चर्चा की। इस क्रम में आरतिया के सचिव सचिन अग्रवाल के साथ बैंकाक स्थित भारतीय दूतावास के प्रथम सचिव इकोनॉमिक एंड कॉमर्स धर्मेंद्र सिंह ने विस्तृत चर्चा की और द्विपक्षीय कारोबारी अवसरों का दोहन करने के लिए बिजनेस मीट इवेंट आयोजित करने के मामले को गतिशील किया।
 
आरतिया के अध्यक्ष विष्णु भूत, मुख्य संरक्षक आशीष सर्राफ, मुख्य सलाहकार कमल कंदोई, कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम बियाणी, स्ट्रेटेजिक एडवाईजर ज्ञान प्रकाश, रमेश गांधी, चेयरमैन इंटरनेशनल बिजनस अजय गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश चौपड़ा व कैलाश शर्मा के अनुसार जल्द ही भारत से कारोबारियों का एक बड़ा समूह थाईलैंड जायेगा, जहां बिजनस मीट में द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने पर फोकस रहेगा।
 
उल्लेखनीय है कि भारत और आसियान के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता प्रभावी है। जिसके तहत ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम के साथ वस्तुओं, सेवाओं और निवेश में कारोबारी करार है। भारत से इन देषों को कृषि उत्पादों, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग उत्पादों, इलेक्ट्रॉनिक व कंप्यूटर उत्पादों, रसायन व दवाओं व टैक्सटाइल इत्यादित का मोटे तौर पर बहुत स्कोप है। इन देशों में निवेश, पर्यटन व अनेक तरह की परियोजनाएं गतिशील करने के अनंत अवसर  मौजूद हैं।
 
गत वित्तवर्ष के दौरान भारत से आसियान देशों को 4400 करोड़ डॉलर का निर्यात किया गया था, जिसमें सबसे अधिक करीब 1200 करोड़ डॉलर का निर्यात सिंगापुर को, एक हजार करोड़ डॉलर का इंडोनेशिया, 715 करोड़ डॉलर मलेशिया, 591 करोड़ डॉलर वियतनाम तथा 571 करोड़ डॉलर का थाईलैंड को किया गया। आरतिया ने इस संबंध में सभी देशों के व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों से संपर्क किया, जिससे व्यापारिक संभावनाओं प्रभावी रूप से दोहन हो सके।
 

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