ARTIA ने की प्रधानमंत्री से मांग, राजस्थान को 50 फूड-क्लस्टर की दे सौगात | अयोध्या, काशी व उज्जैन की तर्ज पर हो खाटूश्याम जी का विकास

जयपुर। अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसियेशन की एक मीटिंग आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजस्थान यात्रा से पूर्व आयोजित की गई। बैठक में कमल कंदोई, जसवंत मील,  आशीष सर्राफ, विष्णु भूत, प्रेम बियाणी, कैलाश शर्मा, विनय जोशी, एच एम जौहरी सीए तथा विनोद शर्मा उपस्थित थे। सभी ने सर्व-सम्मति से दो मांग प्रधानमंत्री से की है, पहली तो  राजस्थान को 50 नये फूड एंड डेयरी क्लस्टर की सौगात दे, ताकि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में कृषि प्रसंस्करण उत्पादक इकाइयों की स्थापना हो, क्वालिटी प्रोडक्ट वहां बनें और घरेलू बाजार में खपत के अलावा उनका निर्यात भी हो। दूसरी खाटूश्याम जी मंदिर का अयोध्या, काशी व उज्जैन की तर्ज पर विकास करने की।
बैठक में जानकारी दी गई कि राजस्थान देश में क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा प्रांत है। देश के कुल उत्पादन में राजस्थान से उत्पादित बाजरे का हिस्सा 42 प्रतिशत, सरसों का 45 प्रतिशत, पोषक अनाज का 17 प्रतिशत, तिलहन का 22 प्रतिशत, दलहन का 17 प्रतिशत, मूंगफली का 19 प्रतिशत, चने का 20 प्रतिशत, ज्वार का 13 प्रतिशत और ग्वार का 85 प्रतिशत है। 2015-16 के अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 76.55 लाख किसान परिवार मोटे तौर पर 208 लाख हैक्टर जमीन में खेती करते हैं। इसी तरह प्रदेश जय में फलों का कुल उत्पादन वर्ष 2021-22 में 9.56 लाख टन, सब्जियों का 23.74 लाख टन, मसालों का 10.44 लाख टन, अनाज व दलहन का 254 लाख टन तथा तिलहन का 100 लाख टन के करीब हुआ था। आलोच्य वर्ष के दौरान फलों का उत्पादन 78 हजार हैक्टर, सब्जियों का 2.04 लाख हैक्टर, मसालों का 8.11 लाख हैक्टर, अनाज व दलहन का 155 लाख हैक्टर तथा तिलहन का 64 लाख हैक्टर क्षेत्र में लिया गया।
आरतिया का कहना है कि राजस्थान के किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिले यह सुनिश्चित होगा, क्योंकि सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर की जाने वाली खरीद में जाने वाले कृषि उत्पादों का प्रवाह इन कृषि प्रसंस्करण इकाइयों मे होगा, इससे सरकार पर आर्थिक दबाव भी घटेगा।
आरतिया ने कहा है कि प्रदेश में खाटूश्याम जी जन-आस्था का बड़ा केंद्र है और विश्वभर से करोड़ों यात्री यहां आते हैं। ऐसे में जिस तर्ज पर केंद्र सरकार ने अयोध्या, काशी और उज्जैन का विकास किया है, उसी तर्ज पर खाटूश्याम जी का विकास भी किया जाये। यहां के इन्फ्रास्ट्क्चर व सुविधाओं को ग्लोबल लेवल का बनाया जाये, ताकि आगंतुक देसी विदेशी यात्रियों, धार्मिक-पर्यटकों को समुचित व सुगम माहौल मिल सके।

प्रसिद्ध समाचार पत्रों में कवरेज