राज्य में गहराता बिजली संकट, मुख्यमंत्री ने उद्योगों में बिजली कटौती के दिये निर्देश, ARTIA ने जताया विरोध

जयपुर दिनांक 23.08.2023ः आल राज. ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आरतिया) द्वारा एक विज्ञप्ति जारी करके बताया कि दो-तीन ग्रीडो के फैल होने से व खपत बढने के कारण राज्य में बिजली संकट गहरा गया है। गत वर्ष भी कोयले की कमी एवं ग्रीड्स में तकनीकी खराबी के चलते बिजली संकट ने विकराल रूप ले लिया था तथा घरेलू व व्यवसायिक बिजली कटौती के साथ-साथ उद्योगों पर कटौती की गई, जिससे विभिन्न उत्पादों के उत्पादन में भारी कमी का सामना करना पडा।
कमल कन्दोई ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा उद्योगों में बिजली कटौती करके आमजन एवं किसानांे को बिजली उपलब्ध करवाने हेतु निर्देष जारी किये हैं, जो राज्य के व्यापार  व उद्योग जगत के साथ अन्यायपूर्ण रवैया है। गत समय से जब भी बिजली संकट गहराता है, सबसे पहले उद्योगों पर बिजली कटौती की जाती है, जो सर्वथा अनुचित है। इससे व्यापार का तो नुकसान होता ही है, उत्पादन लागत भी बढ जाती है, जो व्यापारियों पर दोहरी मार करती है।
प्रेम बियानी ने बताया कि देष में सौलर पैनलों की कमी के कारण हर घर सौलर के लक्ष्य को हांसिल करना बहुत बडी चुनौती है, और इस बिजली संकट को तब तक समाप्त नहीं किया जा सकता है, जब तक कि हर घर अपनी आवष्यकता की बिजली का उत्पादन सौलर के माध्यम से स्वयं ना करे। उन्होंने मांग रखी कि छतों पर सोलर पैनलों के लिये रियायतों के दायरे को बढाया जाना चाहिये तथा नकद सब्सिडी, ऋण व्यवस्था व अन्य उपायों द्वारा लोगों को सोलर लगाने हेतु प्रेरित किया जाना चाहिये, जिससे भविष्य में बिजली की कमी को दूर किया जा सके।
आषीष सराफ ने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति को सुचारू किया जावे तथा उद्योगों पर किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जावे।

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