ARTIA ने की नीतिगत-संशोधन की मांग, स्वर्ण खदान नीलामी में राजस्थानी कारोबारियों को मिले वरीयता

जयपुर। आल राज. ट्रेड एंड इंडस्ट्री एसोसियेशन ने स्वर्ण खदान नीलामी मसले पर नीतिगत संशोधन की मांग की है। आरतिया के विष्णु भूत, आशीष सर्राफ, कमल कंदोई, प्रेम बियाणी, कैलाश शर्मा, नरेश चोपड़ा, राजीव सिंहल, सुशील गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल और एच एम जौहरी ने कहा है कि यूं तो स्वर्ण-खदान की नीलामी के लिए ग्लोबल टेंडर प्रणाली अडाप्ट की जाती है, लेकिन राजस्थान को केंद्र सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा तो नहीं दे रखा, लेकिन यहां के कारोबारियों को बेहतर कारोबारी अवसर देने के लिए कुछ मामलों में वरीयता अवश्य दी जा सकती है।

टीम आरतिया ने कहा है कि खनन विभाग की ओर से बांसवाड़ा जिले के भूकिया जगपुरा में दो खदानों की नीलामी का प्रस्ताव तैयार किया है और एक माह के भीतर केंद्र के ई-पोर्टल पर टेंडर होना है। उल्लेखनीय है कि भूकिया-जगपुरा के 14 वर्ग-किलोमीटर क्षेत्र में सोने के भंडार हैं। भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग को तांबे की खोज के दौरान यहां सोना होने के संकेत मिले थे। यहां 11352 टन स्वर्ण अयस्क निकलने का अनुमान है, जिससे 222 टन शुद्ध सोना बन सकेगा। इसके अलावा कापर, निकिल और कोबाल्ट के भंडार भी हैं।

आरतिया का कहना है कि राजस्थान सरकार इस मसले में पहल करे और स्वर्ण अयस्क दोहन का काम राजस्थान में निवास करने वाले कारोबारियों को सुनिष्चित मिले इसके लिए तदनुसार नीति-निर्धारण किया जाये। चूंकि संसाधन राजस्थान का है, अतः दोहन का काम राजस्थान के कारोबारियों को मिलेगा, तो स्थानीय श्रमिकों को रोजगार के अवसर भी बढ़ सकेंगे। दूसरी अहम बात यह है कि राजस्थान के बाहर से आने वाले कारोबारियों के लिए तो परिचालन लागत अधिक रहेगी, जबकि राजस्थान वासी कारोबारी के लिए परिचालन लागत भी कम रहेगी। इस गैप का लाभ सरकार को अतिरिक्त राजस्व के रूप में मिल सकेगा।

आरतिया ने यह भी सुझाया है कि भूकिया-जगपुरा इलाके में जो मिनरल निकलेगा, उससे इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, केमिकल, बैटरी, एयर बैग तथा कापर इंडस्ट्री बड़ी तादाद में लग सकेगी। इन उद्योगों की स्थापना का काम सहज हो इसके लिए खनिज विभाग एक मिनरल पार्क की स्थापना के लिए निजी-निवेशकों से प्रस्ताव आमंत्रित करे, ताकि यहां आवश्यक इन्फ्रास्ट्क्चर जल्द सुलभ हो सके। इस पार्क के लिए आवश्यक वायु-जल प्रदूषण अनुमति यह विभाग अपने स्तर पर प्राप्त करे, ताकि निवेशक जल्दी से अपनी परियोजनाएं स्थापित कर सके। आरतिया ने यह भी कहा है कि इस इलाके को निकटवर्ती रतलाम या दाहोद रेलवे स्टेशन से रेल-मार्ग के जरिये कनेक्ट भी किया जाये, ताकि परिवहन का बेहतर साधन यहां सुलभ हो सके।

प्रसिद्ध समाचार पत्रों में कवरेज