इन्नोवेटिव अवधारणा वाला बजट – ARTIA
जयपुर, 10 फरवरी: अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसियेशन आरतिया ने ने राज्य के बजट को इन्नोवेटिव अवधारणा वाला बताया है। आरतिया के विष्णु भूत, आशीष सर्राफ, कमल कंदोई, प्रेम बियाणी, ज्ञान प्रकाश, कैलाश शर्मा, सौरव शर्मा, सुनील बंसल व सुनील अग्रवाल ने कहा है कि नई बिजली परियोजनाओं से प्रांत बिजली के क्षेत्र में आत्म-निर्भरता की ओर अग्रसर होगा। चिरंजीवी योजना के तहत चिकित्सा सहायता राशि का प्रावधान 25 लाख रूपये करना सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है।
आरतिया के अनुसार युवा उद्यमी योजना, पर्यटन विकास केंद्र खोलना, ग्रामीण हाट, राजस्थान सिटी कार्पोरेशन की स्थापना, इंटरनेशनल राजस्थानी कानक्लेव आयोजित करना, राजीव गांधी एवियेशन अकादमी स्थापित करना, स्टार्ट अप व तकनीकी आधारित उद्योगों के लिए 250 करोड़ रूपये का प्रावधान करना और 500 करोड़ रूपये का युवा विकास कोष स्थापित करना भी उल्लेखनीय है।
कृषि बजट में किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री में देना, मिलेट उत्पादन बढाने के लिए निशुल्क किट्स वितरण, किसानों को 3000 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराना, एक लाख किसानों को तारबंदी के लिए अनुदान, संरक्षित खेती के लिए 2000 करोड़ रूपये का प्रावधान तथा एसएसपी और डीएपी के नये संयंत्रों का ऐलान प्रदेश की कृषि अर्थ-व्यवस्था को गतिशील करेगा।
आरतिया ने राजस्थान सरकार पर बढ़ते कर्ज के प्रति चिंता जताई और कहा कि विगत दो दशक में राज्य सरकार पर कर्ज का बोझ दस गुना से अधिक बढ़कर 4.54 लाख करोड़ रूपये से अधिक हो जाना सोचनीय है। सरकार महात्मा गांधी के ट्स्टीशिप के सिद्धांत का पालन करते हुए वित्तीय अनुशासन बनाती तो बेहतर रहता। इसी तरह बजट में घोषित योजनाओं-कार्यक्रमों के बेहतर कार्यान्वयन के लिए टास्कफोर्स संबंधी घोषणा न होना भी निराशाजनक है। सरकार ने कर भार से छेड़छाड़ नहीं की है, लेकिन कृषि उपज मंडी शुल्क संबंधी नीति को व्यवहारिक बनाया जाना जरूरी था।