बढ़ती लूट-धमकी की घटनाओं पर ARTIA ने जताई चिंता, राज्य के गृह सचिव को दिया ज्ञापन

जयपुर। राजस्थान में कारोबारियों के साथ हो रही लूटपाट की घटनाओं से दहशत का आलम है। अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्री एसोसियेशन ने एक मीटिंग कर इस वर्ष अब तक हुए घटनाक्रमों की स्थिति का विश्लेषण किया और इस तरह की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता भी जताई। मीटिंग में विष्णु भूत, आशीष सर्राफ, कमल कंदोई, प्रेम बियाणी, सज्जन सिंह, कैलाश शर्मा, गिरिराज खंडेलवाल, संजय पाराशर, आनंद पोद्दार, दिनेश गुप्ता और राजीव सिंह सिसोदिया शामिल हुए।

नीमराणा के होटल हाईवे किंग में जिस तरह का घटनाक्रम रविवार को हुआ और फायरिंग की गई, उससे पूरे राजस्थान का होटल एवं रेस्तरां व्यवसाय और टूरिज्म इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरा उद्योग-व्यापार जगत सहम गया है। आरतिया ने इस घटना को गंभीरता से लिया और त्वरित पहल करते हुए विचार मंथन किया। मीटिंग में आरतिया साथियों का सुझाव था कि राज्य की सीमाओं पर न केवल राष्ट्रीय राजमार्गों, बल्कि स्टेट हाईवेज और कनेक्ट सड़कों पर सख्त निगरानी की जरूरत है। बैठक के बाद आरतिया का एक प्रतिनिधिमंडल राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह आनंद कुमार से शासन सचिवालय में मिला और उन्हें एक ज्ञापन दिया। प्रतिनिधिमंडल में कमल कंदोई, आशीष सर्राफ, प्रेम बियाणी गिरिराज खंडेलवाल, सज्जन सिंह, कैलाश शर्मा और राजीव सिंह सिसोदिया शामिल थे।
ज्ञापन में कहा गया है कि

1. पुलिस बल का विस्तार और आधुनिकीकरण आवश्यक है। पुलिस-कर्मियों को समुचित प्रशिक्षण, तकनीक एवं आधुनिक संसाधनों से लैस करना चाहिए, ताकि वे प्रभावी तौर पर अपराधों से निपट सकें।

2. जनता और पुलिस के बीच बेहतर संबंध स्थापित किये जाने चाहिए, कम्युनिटी पुलिसिंग की अवधारणा को बेहतर तरीके से प्रभावी किया जाये।

3. शहरों और संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क बढ़ाना चाहिये, साथ ही एक केंद्रीय निगरानी व्यवस्था स्थापित की जानी चाहिये ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।

4. व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों का साथ लेकर संबंधित इलाके में सुरक्षा व्यवस्था के दुरुस्तीकरण पर फोकस किया जाये।

5. राष्ट्रीय राजमार्गों पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी हर टोल नाके पर सीआईएसएफ की टीम तैनात करे, जो पेट्रोलिंग कर आने-जाने वाले वाहनों की निगरानी कर सके।

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